जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव के चलते अगले महीने औली में होने वाले विंटर गेम्स पर लग सकती है रोक
चमोली। जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव से अगले महीने औली में प्रस्तावित विंटर गेम्स टल सकते हैं। पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे का कहना है विभाग की एक टीम को जोशीमठ भेजा गया है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद शीतकालीन खेलों पर निर्णय लिया जाएगा। माना जाता है कि हालात देखते हुए इस साल औली में विंटर गेम्स नहीं हो पाएंगे। औली में अगले महीने से प्रस्तावित खेलों के लिए पर्यटन और स्कीइंग फेडरेशन की ओर से तैयारी की जा रही है। दो सेे सात फरवरी तक नेशनल स्कीइंग गेम प्रस्तावित हैं। जबकि सात से नौ फरवरी तक इंटरनेशनल स्कीइंग गेम होने हैं।
जोशीमठ में भू-धंसाव और भूस्खलन को देखते हुए खेलों के आयोजन को लेकर संशय बना है। औली के लिए रोपवे भी बंद हो चुका है। हालांकि विभागीय सचिव सचिन कुर्वे का कहना है कि अभी खेलों के आयोजन की तैयारी जारी है। जोशीमठ आपदा को देखते हुए विभाग की एक टीम जोशीमठ गई है। जो विभाग को अपनी रिपोर्ट देगी, उसी के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।जोशीमठ शहर और आसपास के गांवों में भू-धंसाव की वजह से बिजली आपूर्ति भी खतरे में आ गई है। एक ओर जहां यूपीसीएल के खंभे और लाइनें कभी भी धराशायी हो सकती हैं, वहीं पिटकुल का 66 केवी सब स्टेशन भी शिफ्ट करने की तैयारी शुरू हो गई है।
जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्र के चार वार्डों को पूरी तरह से असुरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है। भू-धंसाव वाले इन इलाकों को जानमाल की सुरक्षा की दृष्टि से पूरी तरह से खाली कराने के आदेश जारी किए गए हैं। यूएसडीएमए के अधिशासी अधिकारी डॉ. पीयूष रौतेला ने बताया कि गांधीनगर वार्ड एक में मंगलू लाल के मकान से रेलवे भवन तक समस्त क्षेत्र और हरीश लाल के घर से गोपाल लाल के घर तक पूरा क्षेत्र शामिल है। इसके अलावा सिंहधार वार्ड चार में माउंट व्यू एवं मलारी इन के नीचे का सिंहधार रोड का समस्त क्षेत्र असुरक्षित घोषित किया गया है।