जेई-एई भर्ती परीक्षा घोटाला मामले में फंसे बीजेपी नेता संजय धारीवाल को लगा एक ओर बड़ा झटका, गांव में न मिलने के कारण छीने गए प्रधान पद के अधिकार
रुड़की। जेई-एई की परीक्षा भर्ती घोटाले में फंसे भाजपा मंगलौर ग्रामीण के पूर्व मंडल अध्यक्ष एवं मोहम्मदपुर जट के प्रधान संजय धारीवाल को एक ओर झटका लगा है। गांव में नहीं मिलने के चलते प्रधान के अधिकार को सीज कर दिया गया है। साथ ही उप प्रधान को अब अधिकार दे दिए है। अब वहीं गांव की बागडोर संभालेंगे। परीक्षा भर्ती घोटाले में भाजपा के मंडल अध्यक्ष संजय धारीवाल का नाम आने के बाद भाजपा ने उससे किनारा कर लिया था। 23 जनवरी को उससे त्यागपत्र ले लिया गया। बाद में 25 जनवरी को उसे भाजपा की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।
संजय धारीवाल गांव का प्रधान भी था। इसी बीच पुलिस की ओर से उस पर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया था। साथ ही पिछले दिनों पुलिस की ओर से उसके घर पर कुर्की की उद्घोषणा का नोटिस भी चस्पा किया गया था। इस दौरान गांव में मुनादी भी कराई गई थी। जनवरी एवं फरवरी माह में शासन की ओर से राज्य वित्त एवं 15 वें वित्त की किश्त भेजी गई थी। गांव के खाते में 15 लाख रुपये का बजट विकास कार्यों के लिए आया हुआ है। कुछ विकास कार्यों का बजट तो 31 मार्च तक ही है। उसके बाद यह बजट लैप्स हो जाएगा।
वहीं संजय धारीवाल गांव छोड़कर फरार है। ऐसे में विकास कार्य नहीं हो पा रही है। ख्इसके चलते अब जिला प्रशासन ने उसके अधिकार ही सीज कर दिये है। एडीओ पंचायत नारसन धर्मपाल तेजवान ने बताया कि अब उप प्रधान पुष्पेन्द्र को प्रधान की बागडोर सौंप दी गई है।