उत्तराखंड

चारधाम यात्रा शुरु होने में महेज 17 दिन शेष, लेकिन यात्रा मार्ग पर पूरी नहीं हो पायी तैयारियां, जिला प्रशासन के सामने खड़ी उतरी बड़ी चुनौती

देहरादून। चारधाम यात्रा शुरू होने में सिर्फ 17 दिन शेष बचे हैं और जबकि मार्ग पर तैयारियां अभी आधा-अधूरी हैं। मंगलवार को उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने उत्तरकाशी से गंगोत्री तक यात्रा मार्ग पर यात्रा तैयारियों का जायजा लिया। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए यात्रा से जुड़े निर्माण विभागों को आधारभूत सुविधाओं के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। भले ही यात्रा से जुड़े विभागों की काम करने की गति बेहद ही धीमी है और 22 अप्रैल से पहले यात्रा तैयारियों को दुरुस्त करना जिला प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती है।

जिलाधिकारी ने इन अधूरे कार्यों को पूरा करने का दिया है निर्देश

पायलट बाबा आश्रम के पास निर्मित शौचालय में पानी संयोजन नहीं है।

गंगोत्री हाईवे पर कई स्थानों पर निर्माण सामग्री बिखरी हुई है।

चड़ेथी में स्थित सार्वजनिक शौचालय में पानी सुचारू नहीं है।

सार्वजनिक शौचालयों में साइनेज एवं बोर्ड नहीं।

हेल्गुगाड़ के पास सड़क पर मलबा पड़ा है।

कई स्थानों पर क्रैश बैरियर व चेतावनी बोर्ड नहीं।

गंगनानी में गर्मकुंड के पास महिला चेंजिंग रूम एवं शौचालय निर्माण अधूरा है।

गर्मकुंड के पास व्यूप्वाइंट का निर्माण अधूरा

सुक्की टाप में स्थापित वाटर एटीएम मशीन से नहीं मिल रहा गर्म पानी

हर्षिल हेलीपैड से आगे निर्मित सार्वजनिक शौचालय का निर्माण अधूरा है।

लंका के पास सड़क मार्ग पर बोल्डर पड़ा है।

गंगोत्री में प्रवेश द्वार का कार्य अधूरा है।

गंगोत्री में घाट किनारे चेंजिंग रूम का कार्य अधूरा

जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने गंगोत्री मंदिर समिति एवं तीर्थ पुरोहितों के साथ बैठक कर यात्रा व्यवस्थाओं की तैयारियों को लेकर समीक्षा की। मंदिर समिति ने नगर पंचायत को समय रहते अतिरिक्त सफाई कर्मियों की तैनाती करने एवं यात्रा के दौरान व्हीलचेयर एवं वाहन पार्किंग के रेट तय करने की मांग की गई।  इस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत को जल्द व्हीलचेयर और पार्किंग की दर निर्धारित करने के निर्देश दिए। यात्रा के दौरान पेयजल की आपूर्ति सुचारू रखे जाने को लेकर जिलाधिकारी ने गंगोत्री बाजार में अतिरिक्त वाटर एटीएम स्थापित करने के निर्देश जल संस्थान को दिए।

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