भारत से पानी छोड़े जाने के बाद पाकिस्तान में बाढ़ की चेतावनी, बचाव अभियान दल रेड अलर्ट पर
इस्लामाबाद। भारत द्वारा करीब 1,85,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने बाढ़ का अलर्ट जारी किया है और अगले 24 से 48 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। एनडीएमए ने सूचित किया है कि भारत के उज्ह बैराज से पानी छोड़े जाने से रावी नदी में प्रवाह बढ़ जाएगा! साथ ही अगले 48 घंटे में भारी बारिश होने की संभावना है। प्राधिकरण ने संबंधित सरकारी विभागों को नदी के किनारे बसे स्थानीय लोगों को निकालने का अभियान शुरू करने और स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का निर्देश दिया है।
एनडीएमए ने कहा, पिछले साल भारत ने 1,73,000 क्यूसेक पानी छोड़ा था, जिससे रावी में जस्सर बिंदु पर निचले स्तर की बाढ़ आ गई थी। पिछले रिकॉर्ड को ध्यान में रखते हुए, अगले 20 से 24 घंटों के भीतर लगभग 65,000 क्यूसेक पानी पहुंचने की उम्मीद है और जस्सर के पास मैदानी इलाकों में निचले स्तर की बाढ़ की आशंका थी।
प्राधिकरण ने कहा कि वह स्थानीय प्रशासन के साथ काम करेगा और 20 जुलाई तक स्थिति की निगरानी करेगा और नदियों के किनारे रहने वाले परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करेगा। इसमें कहा गया है, चिनाब नदी और मराला हेडवर्क्स पर भी निगरानी चल रही है।
अधिकारियों ने पंजाब प्रांत के सभी जिलों के निचले इलाकों में राहत शिविर स्थापित करना शुरू कर दिया है, जबकि बचाव अभियान दल भी मशीनरी के साथ रेड अलर्ट पर हैं। पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने भी कहा है कि प्रांतीय सरकार किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, हमने जारी बारिश और संभावित बाढ़ के मद्देनजर पूरे प्रशासन को अलर्ट पर रखा है। सुबह 10 बजे जब भारत द्वारा पानी छोड़े जाने की रिपोर्ट आई तो संबंधित एजेंसियां तुरंत रावी नदी पर पहुंच गईं।
उन्होंने कहा, बाढ़ की स्थिति में मानव जीवन को बचाना सरकार की पहली प्राथमिकता है और इसीलिए नदी के किनारे के घरों को खाली कराया जा रहा है। सभी सार्वजनिक और निजी संगठनों को भी सतर्क और तैयार रहने के लिए सूचित किया गया है क्योंकि अगले 48 घंटे में देश में तूफान के साथ भारी बारिश की आशंका है।
जहां बाढ़ ने भारत में तबाही मचाई है, पाकिस्तान में पानी छोड़े जाने और पंजाब प्रांत, विशेष रूप से लाहौर, नारोवाल और सियालकोट शहरों में जारी भारी बारिश से बाढ़, भूस्खलन और तबाही हो सकती है। जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने कहा है कि बारिश से देश में कम से कम नौ लाख लोग प्रभावित होंगे। देश में जारी बारिश ने पहले ही जान-माल और बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचाया है। पाकिस्तान में पिछले दो सप्ताह में अब तक 31 बच्चों सहित 76 लोग मारे गए, 133 अन्य घायल हुए और 76 घर क्षतिग्रस्त हो गए।