उत्तराखंड

मुख्यमंत्री धामी ने हिन्दू नव वर्ष महोत्सव में लिया हिस्सा

उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने के साथ कई अहम निर्णय लिए – धामी

नई दिल्ली/देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में आयोजित हिन्दू नव वर्ष महोत्सव में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये मेरा परम् सौभाग्य है कि मुझे एक साथ इतने महानुभावों का सानिध्य प्राप्त हो रहा है। आप सभी की आभा और ऊर्जा ने मेरे मन मस्तिष्क को और भी अधिक जागृत करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में उपस्थित प्रत्येक संत को, सनातन संस्कृति के प्रत्येक प्रहरी को दंडवत प्रणाम करता हूं और आशा करता हूं कि आप सभी सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।

उन्होंने इस दौरान दिल्ली भाजपा के सभी लोकसभा प्रत्याशियों के भारी मतों से विजयी होने की कामना करते हुए सभी को “हिन्दू नववर्ष” की शुभकामनाएं प्रदान की। मुख्यमंत्री ने कहा कि, आज का यह हिन्दू नववर्ष महोत्सव कई मायनों में विशिष्ट है, क्योंकि जहां एक ओर आप सभी विद्वानों का सानिध्य प्राप्त हो रहा है, वहीं सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ कर हम सबको आत्मिक शांति प्राप्त हुई है। ब्रह्म पुराण के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण किया था, इस दिन को नव संवत्सर, गुडीपडवा सहित कई नामों से देश के अलग अलग क्षेत्रों में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि आज भी हमारी गणना इतनी सटीक है कि अमावस्या और पूर्णिमा सहित सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण जैसी खगोलीय घटनाओं की सटीक जानकारी हमें पहले ही प्राप्त हो जाती है और इन सबका आधार पूर्ण रूप से वैज्ञानिक है। इतनी विशेषताओं को समेटे हुए हमारा नव वर्ष वास्तव में हमें कुछ नया करने की प्रेरणा देता है। ग्रहों की चाल पर आधारित हमारा नववर्ष सबसे विशिष्ट और वैज्ञानिक है फिर भी यह दुर्भाग्य है कि हमारा समाज एक स्वर में भारतीय नववर्ष को नहीं मनाता।

उन्होंने कहा कि, भारतीय नव वर्ष के प्रति इतनी उदासीनता का मुख्य कारण संस्कृति के संवर्धन के प्रति पूर्व की सरकारों की उदासीनता रही। परंतु 2014 के पश्चात समय बदल चुका है, नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में आज पुनः भारतीय सनातन संस्कृति की धर्म ध्वजा पूरे विश्व में शान से फहरा रही है।

उन्होंने कहा कि हम सभी को ज्ञात है कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के कारण भगवान राम अयोध्या में कई दशको से एक टेंट में रहने को मजबूर थे। मोदी को देश की सेवा करने का अवसर मिला तो उन्होंने दृढ़ निश्चय के साथ अयोध्या में श्रीराम का भव्य और दिव्य मंदिर बनवाकर राम लला को टेंट से महल में लाने का कार्य किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने केदारनाथ तथा बद्रीनाथ धाम के पुनर्विकास कार्यों में हर कदम पर हमारा भी पूरा साथ दिया। इतना ही नहीं, देवभूमि के विभिन्न पौराणिक मंदिर जिनके पुनर्विकास पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता थी उन मंदिरों के लिए प्रधानमंत्री के सहयोग और मार्गदर्शन में मानसखंड मंदिर माला मिशन भी प्रारंभ किया गया। जिसके तहत मानसखंड के विभिन्न पौराणिक मंदिरों का पुनर्विकास और वहाँ तक पहुँचने की बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जा रही है।

इतना ही नहीं मोदी के नेतृत्व में बने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और उज्जैन के महाकाल लोक जैसे निर्माण कार्य आज विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने अब देश के साथ ही विदेशों में भी सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हाल ही में हमने अपने संकल्प पत्र में यह संकल्प लिया है कि हम विश्वभर में रामायण उत्सव मनाएंगे। ऐसे संकल्प सिर्फ वही ले सकते हैं जिन्होंने सनातन संस्कृति को शुद्ध अंतः करण से अपना माना हो। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार के साथ ही देश का चहुंमुखी विकास भी हुआ है। आज भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है और तीसरी बनने की ओर अग्रसर है। देश का समग्र विकास सुनिश्चित करने के साथ ही मोदी ने देश हित में कई अभूतपूर्व एवं कड़े निर्णय लिए हैं। राम मंदिर निर्माण के अलावा CAA लागू करना, धारा 370 का खात्मा और तीन तलाक की समाप्ति ऐसे कुछ उदाहरण हैं।

उन्होंने कहा कि हमने भी एक ओर जहां उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू कर सभी को समान अधिकार देने की पहल की है, वहीं धर्मांतरण विरोधी कानून बनाकर और लैंड जिहाद के खिलाफ कार्रवाई कर हमने ये बता दिया है कि सनातन के खिलाफ किया गया कोई भी कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उत्तराखंड में हम जहां एक ओर समान नागरिक संहिता की बात कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में “मुस्लिम पर्सनल लॉ की बात कर रही है। यह बहुत शर्मनाक है। आज जब देश में चुनाव चल रहा है तो ये दल मंदिरों में जाने का ढोंग कर रहे हैं। दिल्ली में केजरीवाल की पार्टी बहुत धूर्तता से कार्य कर रही है। आज तमाम विदेशी शक्तियों के साथ मिलकर यह दल मोदी को प्रधानमंत्री बनने से रोकना चाहती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में मतदान हो चुका है और पांचों सीट भाजपा जीत रही है। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली के लोगों से भी कहना चाहता हूँ कि दिल्ली की सात की सात सीट जीतकर देनी हैं और मोदी को एक बार फिर देश का प्रधानमंत्री बनाना है।

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